गाजीपुर। गांधीपुरम बोरसिया स्थित सत्यदेव ग्रुप आफ कॉलेजेस के तहत सत्यदेव इंटरनेशनल स्कूल में बुधवार को छठ महापर्व श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया । छात्राओं ने उगी हे सूरज मल नाइयों न डोले छठ गीत के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। बच्चों ने नाटक के माध्यम से छठ पर्व को विधि विधान व छठ गीतों के साथ पूजन किया गया। सत्यदेव इंटरनेशनल स्कूल के प्रधानाचार्य चंद्र सेन तिवारी ने बताया कि छठ पर्व एक आस्था का पर्व है। इस पर्व की अपनी वैज्ञानिक धारणाएं भी हैं। यह पर्व बिहार राज्य से प्रारंभ हुआ। इस पर्व की सबसे बड़ी विशेषता है कि ये सिर्फ अपने देश में ही चर्चित नहीं बल्कि विदेशों में भी गहरा विश्वास के साथ मनाया जाता है। उन्होंने बताया कि इसमें डूबते सूर्य और उगते हुए सूर्य को अर्घ दिया जाता है। सूर्य ऊर्जा का अक्षय भंडार होता है अगर हम उसकी पूजा करते हैं तो हमारे जीवन में, हमारे शरीर में और धरती के कण-कण में भी ऊर्जा का संचार होता है जो हमें हमारे लक्ष्य की तरफ उन्मुख करता है। इसके बाद उन्होंने बिहार की स्वर कोकिला शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि देते हुए बताया कि शारदा सिन्हा अपने मधुर स्वर से छठी मैया के गीतों को भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों तक पहुंचाने का कार्य किया। लेकिन आज वह हम सब के बीच नहीं रही।सत्यदेव ग्रुप आफ कॉलेजेस के प्रबंध निदेशक डॉक्टर सानंद सिंह ने कहा कि यह छठ महापर्व केवल एक पर्व नहीं है बल्कि बिहार और उत्तर प्रदेश की आस्था का प्रतीक है ।यह पर्व उत्तर प्रदेश और बिहार राज्य के लोगों की श्रद्धा और विश्वास का परिचायक है जो उन्हें विदेश में भी अपनेपन का और आपसी प्रेम परस्पर का आभास कराता है। इस मौके पर निर्देशक अमित रघुवंशी ,काउंसलर दिग्विजय उपाध्याय, सभी शिक्षक गण यथा उपप्रधानाचार्य आवेश कुमार,शिवांगी सिंह, अक्षयवर उपाध्याय,प्रकाश सिंह, अवनीश राय, श्रेया सिंह,विष्णु दत्त शर्मा , भोली त्रिपाठी, अभिषेक यादव, गुरुचरण चौधरी, निशा यादव,जानकी गुप्ता ,ऋतंभरा श्रीवास्तव ,विशेश्वर तिवारी, नीतिश शर्मा, श्वेता पांडे , अभिमन्यु यादव,अंकिता निषाद,कुशल सिंह, अंकित मिश्रा,सुनील सिंह तथा सभी शिक्षणेत्तर कर्मचारी मौजूद रहे।