पैसे के लेन-देन को लेकर हुई थी शिवचरण की हत्या

 पैसे के लेन-देन को लेकर हुई थी शिवचरण की हत्या

—प्रेसवार्ता में एसपी ने किया हत्याकांड का पर्दाफाश

गाजीपुर। शादियाबाद थाना पुलिस और सर्विलांस टीम ने बीते दिनों शादियाबाद थाना क्षेत्र के निवासी शिवचरण राम हत्याकांड में दो आरोपियों की गिरफ्तारी कर मामले का पर्दाफाश कर दिया। शुक्रवार को पुलिस कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसपी रोहन पी बोत्रे ने अभियुक्तों को मीडिया के समक्ष पेश किया। उन्होंने बताया कि नौकरी दिलाने के लिए, लिए गए पैसे के लेन-देन को लेकर शिवचरण की हत्या की वारदात हुई थी।
एसपी ने बताया कि बीते 19 सितंबर की देर शाम शादियाबाद क्षेत्र के युसूफपुर गांव निवासी दुर्बल राम का पुत्र शिवचरण राम (45) अपने घर से निकला था। सुबह बेसो नदी के किनारे उसका शव मिला था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया था। मृतक की पत्नी ने एक व्यक्ति के खिलाफ नामजद तहरीर दी थी। शादियाबाद थाना पुलिस और सर्विलांस टीम मामले की छानबीन में जुटी हुई थी। इसी क्रम में वांछित अभियुक्त शादियाबाद थाना के सौरी निवासी आराध्या नर्सिंग होम के संचालक रमेश कुमार बिंद को गिरफ्तार किया। इससे पूछताछ में सौरी निवासी रविंद्र बिंद का नाम प्रकाश में आया। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने सिरगिथा बाजार से रविंद्र बिंद को भी गिरफ्तार कर लिया। हत्या में प्रयुक्त लकड़ी का डंडा, एक कार, निर्वाचन कार्ड सहित कुछ नकदी बरामद किया। एसपी ने बताया कि पूछताछ में अभियुक्त रमेश कुमार ने बताया कि अपने भतीजा/सह अभियुक्त रविंद्र कुमार बिंद को नौकरी दिलाने के नाम पर मृतक शिवचरन राम को करीब 10 माह पूर्व 1.5 लाख रूपया नगद दिया था। नौकरी न दिलाने पर शिवचरन राम से अपना रूपया वापस मांगने लगा। एक माह पूर्व ही रूपये की मांग किया था, लेकिन शिवचरन राम ने रूपया न देकर कुछ समय की मांगा था। इससे नाराज होकर मैं रविंद्र कुमार बिंद और चालक भानू बिंद के साथ शिवचरन राम को शाम सात-आठ बजे के करीब उसके घर से कार में बैठाकर गांव से थोड़ी से सैय्यद कबीर बाबा के मजार के पास लाया था। हम लोगों ने मारपीट कर हत्या करने के बाद शव को बेसो नदी पुल के आगे सड़क किनारे फेंक दिया था। गिरफ्तार करने वाली टीम में क्षेत्राधिकारी भुड़कुड़ा रविंद्र कुमार वर्मा, शादियाबाद एसओ घनानंद त्रिपाठी, उपनिरीक्षक सुनील तिवारी प्रभारी सर्विलांश सेल, उपनिरीक्षक संदीप दुबे, कांस्टेबल अजय कुमार गुप्ता, कां. मनोज गुप्ता, कां. संदीप पांडेय, सर्विलास सेल के एचसी शैलेंद्र यादव, कां. विकास श्रीवास्तव, कां. सुजीत कुमार सिंह, कां. राकेश सोनकर और कांस्टेबल अजय प्रसाद शामिल थे।

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