बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे खडे़ थे बच्चे, बिजली ने ले ली जान

 बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे खडे़ थे बच्चे, बिजली ने ले ली जान

दुल्लहपुर(गाजीपुर)।भुड़कुड़ा कोतवाली के मस्तीपुर गांव के पास सोमवार की शाम मगई नदी के पास बारिश से बचने के खजूर के पेड़ के नीचे खड़े तीन बच्चों की आकाशीय बिजली के चपेट में आने से मौत हो गई। जबकि एक किशोर गंभीर रूप से झुलस गया। उसे उपचार के लिए मऊ ले जाया गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच कर शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मस्तीपुर गांव निवासी अभिषेक सरोज (12), मुकेश सरोज (12), सागर सरोज (14) और आशीष (14) मगई नदी के पास शाम को खेल रहे थे। इसी बीच तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने के लिए किशोर पास के ही खजूर के पेड़ के नीचे खडे़ हो गए। इसी दौरान तेज आवाज के साथ आकाशीय बिजली गिरी। आकाशीय बिजली की चपेट में आने से चारों किशोर अचेत होकर गिर पड़े। खेत में काम कर रहे ग्रामीणों की नजर जब पेड़ के नीचे अचेत पड़े किशोरों पर पड़ी तो वह शोर मचाते हुए दौड़ पड़े। देखते ही देखते ग्रामीणों की भीड़ लग गई। परिवार के लोग भी मौके पर पहुंच गए।आनन फानन में सभी किशोरों को उपचार के लिए जखनिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आए। जहां डाक्टरों ने अभिषेक, मुकेश और सागर को मृत घोषित कर दिया। आशीष की हालत गंभीर होने पर उसे मऊ रेफर कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही जखनिया तहसीलदार रामजी और भुड़कुड़ा कोतवाल राजू दिवाकर मौके पर पहुंच गये और डॉक्टरों से बात की। इस संबंध में भुड़कुड़ा कोतवाल राजू दिवाकर ने बताया कि तीनों किशोरों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
इनसेट
बस्ती में पसरा सन्नाटा
एक साथ तीन-तीन मौत से पूरे बस्ती में कोहराम मच गया। स्वजन की चित्तकार सुनकर हर कोई गमगीन हो जा रहा था। घर की महिलाए का करूण-क्रंदन देखकर सभी की आंखे नम हो जा रही थी। ग्रामीण उनका ढांढस बधा रहे थे, लेकिन माता-पिता रोते-रोते बेहोश हो जा रहे थे। पूरे बस्ती में सन्नाटा पसर गया था।

You cannot copy content of this page