अखित्यार न करें हिंसात्मक रास्ता, होगी सख्त कार्यवाही, भविष्य में नहीं मिलेगी नौकरीःआईजी
—जिले में न फैले अग्निपथ योजना की आग, इसको लेकर सतर्क रहा प्रशासन
—आईजी ने कमिश्नर और अन्य अधिकारियों के साथ किया रेलवे स्टेशन का चक्रमण
—घटना की आशंका के मद्देनजर पुलिस छावनी में तब्दील रहा रोडवेज और प्राइवेट बस स्टैंड
—बसों का संचालन बंद होने से साधन के अभाव में भटकते रहे यात्री
गाजीपुर। अग्निपथ योजना के विरोध की आग इस जिले में भी न फैले, इसको लेकर प्रशासन पूरी तरह से चौकन्ना हो गया है। सिटी रेलवे स्टेशन सहित जिले के अन्य स्टेशनों के साथ ही प्राइवेट और रोडवेज बस स्टैंड पुलिस छावनी में तब्दील रही। आईजी, कमिश्नर सहित जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने सिटी रेलवे स्टेशन सहित नगर के तमाम इलाकों में चक्रमण कर शांति व्यवस्था का जायजा लेते रहे। इस दौरान जो भी संदिग्ध दिखा, उससे अधिकारियों ने पूछताछ करते हुए उनकी तलाशी भी ली।
मालूम हो कि अग्निपथ योजना के विरोध में बिहार सहित देश के अन्य जनपदों में युवा विरोध स्वरूप ट्रेनों-बसों को आग के हवाले करने करते हुए तोड़-फोड़ की घटना कर रहे हैं। बीते रविवार को जिले में भी युवाओं ने बंजारीपुर रेलवे क्रासिंग के रेल पटरी पर बैठने के साथ ही जमानिया तिराहा से लाठी-डंडा के साथ जुलूस निकालते हुए विरोध प्रदर्शन किया था।
एसपी ने प्रदर्शनीकारियों को समझा-बुझाकर शांत कराया था। युवाओं के प्रदर्शन को लेकर घंटों प्रशासन हांफता रहा रहा। कुछ अज्ञात संगठनों द्वारा सोमवार को भारत बंद की अफवाह फैलाई गई थी। इसको लेकर प्रशासन पूरी तरह से गंभीर रहा। सुबह आईजी के सत्यनारायण, कमिश्नर दीपक कुमार एसपी रामबदन सिंह, डीएम मंगला प्रसाद सिंह, एसडीएम सदर प्रतिभा मिश्रा, तहसीलदार अभिषेक कुमार के साथ सिटी रेलवे स्टेशन पर पहुंचे।
अधिकारियों ने फोर्स के साथ स्टेशन का चक्रमण किया। इस दौरान स्टेशन पर जो भी संदिग्ध नजर आया, उससे पूछताछ करने के साथ ही तलाशी ली गई। कई ट्रेनों में भी यात्रियों और उनके सामानों की चेकिंग की गई। अधिकारियों की मौजूदगूी में कई ट्रेनों को सकुशल रवाना किया गया। अधिकारियों ने स्टेशन अधीक्षक तथा आरपीएफ और जीआरपी प्रभारी से बातचीत करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया।
अधिकारियों के चक्रमण के दौरान आरपीएफ प्रभारी एके राय, जीआरपी प्रभारी अखिलेश मिश्रा सहित भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद रही। इसके बाद अधिकारियों ने रोडवेज के साथ ही तमाम प्राइवेट बस स्टैंडों का निरीक्षण करते हुए शांति व्यवस्था का जायजा लिया। वहां तैनात पुलिस फोर्स को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
रेलवे स्टेशन पर मौजूद यात्री किसी घटना की आशंका को लेकर सहमें रहे। रेलवे स्टेशन के साथ ही रोडवेज और प्राइवेट बस स्टैंड पुलिस छावनी में तब्दील रहा। साधन के अभाव में यात्री इधर-उधर भटकते नजर आए। ऐतिहात के तौर पर प्रशासन ने रेलवे स्टेशन के साथ ही रोडवेज और प्राइवेट बस स्टैंडों के आसपास स्थित दुकानों को बंद कर दिया था। इस संबंध में आईजी के सत्यनारायण कहा कि आज अग्निवीरों द्वारा गाजीपुर रेलवे पहुंचने का काल किया गया है। इनके काल द्वारा यह भी बताया गया है कि बलिया, मऊ एवं बिहार से भी कुछ लड़कों को यहां बुलाया गया है।
इस सूचना पर रेलवे स्टेशन के साथ ही इसके आसपास भारी संख्या में फोर्स की तैनाती कर दी गई है। जनपद के गहमर, सैदपुर, नंदगंज सहित अन्य जगहों पर भी फोर्स की तैनाता है। कल की घटना को लेकर मुकदमा पंजीकृत किया गया है। 22 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। युवाओं पर कड़ी नजर रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि युवाओं में मेरी अपील है कि किसी प्रकार की हिंसात्मक रास्ता अखित्यार न करें। ऐसे करने पर आपके के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगा और भविष्य में आपको किसी प्रकार की नौकरी भी नहीं मिलेगी।