किसानों से खरीदा एक करोड़ का अनाज और हो गए फरार
—पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज किया, लेकिन अभी तक नहीं कर सकी गिरफ्तारी
—डीएम-एसपी से मिले पीड़िता, डीएम ने दिया आरोपियों पर गैंगेस्टर और मकान कुर्की का आश्वासन
गाजीपुर। करीमुद्दीनपुर गांव निवासी गल्ला कारोबारी बंटी जायसवाल और उसका भाई राजापुर गांव सहित अन्य कई गांवों के किसानों का लगभग एक करोड़ से अधिक का अनाज लेकर फरार हो गए। मुकदमा दर्ज होने के बाद भी जब पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं किया तो किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल डीएम एमपी सिंह और एसपी रामबदन सिंह से मिला। उन्हें मामले से संबंधित पत्रक सौपते हुए वार्ता किया। जिलाधिकारी ने आरोपियों के खिलाफ गैंगेस्टर और उनका मकान कुर्क कराने की कार्यवाही का भरोसा दिलाया।
वार्ता के दौरान किसानों ने डीएम और एसपी को बताया कि करीमुद्दीनपुर निवासी व्यवसायी बंटी जायसवाल, आकाश जायसवाल और अभिषेक पिछले 16-17 वर्षों से किसानों को विश्वास में लेकर उनके अनाज का गल्ला खलिहानों से ही खरीदते थे। अप्रैल में किसानों की उपज तैयार होने पर वह गेहूं, चना, मसूर आदि अनाज का एक माह बाद दाम देने का भरोसा दिलाते हुए तौल कराया। किसानों ने विश्वास करते हुए अनाज दे दिया। बाद में जब किसानों को यह पता चला कि अनाज लेने वाला व्यक्ति अपने भाइयों और परिवार के सात फरार हो गया है तो उनके होश उड़ गए। मोबाइल मिलने पर मोबाइल बंद मिला। किसानों ने बताया कि लगभग तीस से अधिक बड़े किसानों का करीब 30 हजार क्विटंल गेहूं, चना, मसूर आदि अनाज लेकर फरार हुए है, जिसकी कीमत एक करोड़ से अधिक है। बताया कि करीमुद्दीनपुर थाना पुलिस ने सात आरोपियों के खिलाफ सामान्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया, लेकिन आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास नहीं कर रही है। डीएम ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों के खिलाफ गैंगेस्टर के साथ ही मकान को कुर्क कराने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में किसान हरेंद्र राय, संतोष कुमार राय, मृत्युंजय राय, मनीष राय, आशुतोष राय, राजेश सिंह यादव, नरेंद्र प्रसाद, वरमेश्वर कांतिभूषण, रमेश राय, विपिन बिहारी, सरोज, रामजी, मनोज कुमार, अमरनाथ, श्याम जी राय, श्रीनिवास राय आदि शामिल रहे।